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दिसंबर 27, 2017 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

फार्मेसी संस्थान में शिक्षक समारोह

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अमरलाल न्यूज़डेस्क पटना राजकीय फार्मेसी संस्थान अगम कुआं पटना में आज 5 सितंबर शिक्षक दिवस के उपलक्ष पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ वर्तमान प्राचार्य राम कुमार एवं शैलेंद्र कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया उन्होंने बताया कि किसी भी व्यक्ति के जीवन में गुरु का महत्व उल्लेखनीय हैं कहा जाता है कि गुरु के बिना ज्ञान की कल्पना नहीं की जा सकती है और इंसान जिनसे भी प्रेरणा लेते हैं वह उनके गुरु कहलाते हैं उन्होंने अपने जीवन के संघर्ष की कहानी बताते हुए कहा कि जीवन में हमेशा संघर्ष करने का प्रयत्न करना चाहिए और जहां मुसीबत दिखे गुरु की प्रेरणा जरूर लेनी चाहिए कार्यक्रम में डिप्लोमा फार्मेसी ऑर्गेनाइजेशन के फार्मासिस्ट अरविंद कुमार ने गुरु की व्याख्या करते हुए गुरु की तुलना परमेश्वर से की वही फार्मा एक्टिविस्ट रजत राज , सुबोध, संत ने समाज में गुरु के महत्व को उल्लेखनीय बताते हुए कहा कि इंसान मिट्टी है जिसे गुरु अपने ज्ञान से मूर्ति बना सकता है छात्रों ने बताया कि फार्मेसी में छात्रों को रोजगार के भरपूर अवसर है राज्य में 12000 से अधिक अस्पताल हैं लेकिन कार्यरत फार्मासिस्ट...

फार्मेसी संस्थान में फ्रेशर पार्टी आधुनिक गीत संगीत पर छात्रों ने मचाया धमाल

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 राजकीय फार्मेसी संस्थान के डिप्लोमा इन फार्मेसी छात्र 16-18 के छात्रों के लिए फ्रेशर पार्टी का आयोजन किया गया आयोजन का शुभारंभ प्राचार्य डॉक्टर शैलेंद्र कुमार ने दीप प्रज्वलित करके किया उन्होंने बताया कि फार्मेसी में छात्रों का भविष्य उज्जवल है और आने वाले दिनों में फार्मेसी छात्रों को नए नए बदलाव देखने को मिलेंगे राज्य सरकार जल्द ही ड्रग लाइसेंस प्रक्रिया ऑनलाइन करने जा रही है तथा फार्मेसी संस्थान के नए भवन मे जल्द ही पढ़ाई की व्यवस्था सुचारु रुप से स्थापित किया जाए  कार्यक्रम में छात्रों ने गीत-संगीत चुटकुले शायरी तथा मशहूर फिल्म अभिनेताओं की मिमिक्री भी की छात्र बहुत उत्साहित नजर आ रहे थे कार्यक्रम में सुपर सीनियर्स ने भी शिरकत की कार्यक्रम के अंत में हज कमेटी द्वारा अनिता कुमारी को मिस फ्रेशर तथा मनीष कुमार को मिस्टर फ्रेशर का खिताब दिया गया रजत राज ने छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए छात्रों को शुभकामनाएं दी हैं कार्यक्रम में रंजन कुमार गुप्ता, सितेश कुमार, मनीष कुमार , गौरव श्रीवास्तव, नीरज कुमार चौधरी, फूलबाबू कुमार राहुल कुमार गुप्ता, अनुष्का कुमारी...

बिहार में जल्द ही शुरू होगा ऑनलाइन ड्रग लाइसेंस प्रक्रिया

2014 से ड्रग लाइसेंस प्रक्रिया ऑनलाइन होने की घोषणा हुई थी लेकिन आज तक ड्रग लाइसेंस प्रक्रिया ऑनलाइन नहीं हो पाई है राज्य में करीब 40000 से अधिक दवा दुकानें हैं जैसा की ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट के अनुसार दवा दुकानों पर दवा का बिक्री एवं भंडारण एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट के हाथों होना चाहिए दवा जीवन रक्षक वस्तु होती है लेकिन दवाओं का दुरुपयोग हुआ तो वह मौत का सामान बन जाती है ड्रग लाइसेंस प्रक्रिया के निरीक्षक कार्यालय स्थापित किया जा रहा है

मोदी जी के सपनों पर फ़िर रहा है पानी ,फ्लॉप हो रहा है जन औषधि परियोजना

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गरीबों का सस्ती दवाइयां उपलब्ध कराने हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र परियोजना का शुभारंभ किया था जिसके अंतर्गत देश में 3000 से अधिक जन औषधि केंद्र खोलने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन सरकार अपने मंसूबों में पूरी तरह से सफलता नहीं पा रही है अच्छी स्कीम होने के बावजूद भी देश में अभी तक मात्र एक हजार ही जन औषधि केंद्र खुल पाए हैं तथा अधिकतर जन औषधि केंद्र  दवाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं  क्या है मामला  जेनेरिक दवाइयों को साधारणता दवा के साधारण नियम यानी साल्ट नेम से जाना जाता है लेकिन प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र किराए के सर्टिफिकेट पर चलाए जाने के कारण दवा दुकानों पर योग्य व्यक्ति नहीं हो पाते हैं और योग्य व्यक्ति नहीं होने के कारण दवा का साल्ट नेम हर कोई नहीं समझ पता है दवा का साल्ट नेम केवल फार्मासिस्ट ही जानता है तथा इस बारे में अन्य दवाइयां केवल एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट ही बता सकता है क्योंकि एक फार्मासिस्ट दवा के वितरण भंडारण एवं गुणवत्ता परीक्षण तथा दवा निर्माण का कार्य करते हैं  प्रमुख वजह दवा लिखने का अधिकार केवल रजिस्ट...

स्वरोजगार का विकल्प चुनें फार्मासिस्ट

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 देश में व्याप्त भ्रष्टाचार तथा अफसरशाही से देश में ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट का उल्लंघन हो रहा है ऐसे में फार्मासिस्ट स्वरोजगार के विकल्प से अपना व्यवसाय स्थापित कर सम्मानजनक जीवन जी सकता है फर्मासिस्ट बनकर दवाओं की बिक्री करने के पेशे को स्वरोजगार का बेहतर विकल्प माना जा सकता है। इस पेशे में उतरने के लिए जरूरी योग्यता और अन्य संभावनाओं पर हमने यहां प्रकाश डालने की कोशिश की है। इसके अनुसार आप स्वरोजगार की अपनी राह को चुन सकते हैं। जरूरी योग्यता  फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स या बायोलॉजी विषयों के साथ ग्यारहवीं और बारहवीं की परीक्षा पास करने के बाद डीफॉर्म (डिप्लोमा इन फार्मेसी) पाठ्यक्रम में दाखिला लिया जा सकता है। बीफॉर्म में दाखिले के लिए भी न्यूनतम योग्यता यही है। मास्टर डिग्री पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए फार्मेसी में बैचलर डिग्री का होना आवश्यक है। फार्मेसी के डिप्लोमा या बैचलर डिग्री पाठ्यक्रम में प्रवेश बारहवीं में प्राप्त अंकों या प्रवेश परीक्षा के माध्यम से होता है। दो वर्षीय डिप्लोमा हासिल करने के बाद आपके पास दवा की दुकान खालने का विकल्प तो होता ही है, आगे प...