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सितंबर, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

फार्मेसी संस्थान में शिक्षक समारोह

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अमरलाल न्यूज़डेस्क पटना राजकीय फार्मेसी संस्थान अगम कुआं पटना में आज 5 सितंबर शिक्षक दिवस के उपलक्ष पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ वर्तमान प्राचार्य राम कुमार एवं शैलेंद्र कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया उन्होंने बताया कि किसी भी व्यक्ति के जीवन में गुरु का महत्व उल्लेखनीय हैं कहा जाता है कि गुरु के बिना ज्ञान की कल्पना नहीं की जा सकती है और इंसान जिनसे भी प्रेरणा लेते हैं वह उनके गुरु कहलाते हैं उन्होंने अपने जीवन के संघर्ष की कहानी बताते हुए कहा कि जीवन में हमेशा संघर्ष करने का प्रयत्न करना चाहिए और जहां मुसीबत दिखे गुरु की प्रेरणा जरूर लेनी चाहिए कार्यक्रम में डिप्लोमा फार्मेसी ऑर्गेनाइजेशन के फार्मासिस्ट अरविंद कुमार ने गुरु की व्याख्या करते हुए गुरु की तुलना परमेश्वर से की वही फार्मा एक्टिविस्ट रजत राज , सुबोध, संत ने समाज में गुरु के महत्व को उल्लेखनीय बताते हुए कहा कि इंसान मिट्टी है जिसे गुरु अपने ज्ञान से मूर्ति बना सकता है छात्रों ने बताया कि फार्मेसी में छात्रों को रोजगार के भरपूर अवसर है राज्य में 12000 से अधिक अस्पताल हैं लेकिन कार्यरत फार्मासिस्ट...

PMCH के पारा मेडिकल स्टूडेंट्स अपनी मांगों को लेकर छेड़ने वाले हैं बड़ी ...

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स्वास्थ्य विभाग के सौतेला व्यवहार से परेशान पारा मेडिकल छात्रों ने नालंदा मेडिकल कॉलेज में लगाया ताला

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बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग के सौतेले रवैया से पारा मेडिकल छात्रों में काफी आक्रोश है  छात्रों ने हमेशा  अपनी मांगों को लेकर  विभाग के अधिकारी  और मंत्री से मिलते रहे हैं लेकिन  किसी विभागीय अधिकारियों  से छात्रों की समस्या का समाधान नहीं हो पाया है  यही कारण है कि छात्रों को विवश होकर  सभी मेडिकल कॉलेजों में स्वास्थ्य मंत्री  मंगल पांडे के नो एंट्री का बोर्ड लगा दिया है  और  परीक्षा नियंत्रक कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए हैं  आइए सुनते हैं छात्रों की क्या मांग है  वीडियो देखने के लिए लाल बटन पर क्लिक करें 

11 सितंबर से बिहार के सभी पारा मेडिकल छात्र भूख हड़ताल पर, मेडिकल कॉलेजों में स्वास्थ्य मंत्री की नो एंट्री का लगाया पोस्टर

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पारा मेडिकल के छात्रों ने बिहार पारा मेडिकल छात्र संघर्ष समिति के बैनर तले विभिन्न 5 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर जाने की घोषणा की है इस दौरान सभी मेडिकल एवं फार्मेसी कॉलेजों में ताला बंद रहेगा तथा कॉलेज में स्वास्थ्य मंत्री के नो एंट्री का बोर्ड भी लगा रहेगा छात्रों का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जाता है 2 वर्षीय कोर्स 4 वर्ष में भी संपूर्ण नहीं हो पाता है वही इंटर्नशिप पर छात्रों से 8 घंटे कार्य के बदले ₹1 भी भुगतान नहीं दिया जाता है छात्रों को बंधुआ मजदूरों की तरह काम लिया जाता है लेकिन छात्रों को ना तो छात्रवृत्ति मिलती है और ना ही छात्रावास इतना ही नहीं उत्तीर्ण होने के बाद भी छात्रों को नौकरी नहीं मिल पाती है और निजी कॉलेजों के छात्रों को बिना मान्यता के उस सीट पर बहाल कर दिया जाता है ज्ञात हो कि एक सभी छात्र बिहार राज्य संयुक्त परीक्षा परिषद की परीक्षा डिप्लोमा सर्टिफिकेट एंट्रेंस एग्जाम उत्तीर्ण होने के बाद विभिन्न पारा मेडिकल कोर्स में नामांकन लेते हैं जबकि निजी कॉलेजों के लिए कोई परीक्षा उत्तीर्ण नहीं करना ...

भारत में फार्मेसी के पितामह की जीवनी जरूर पढ़ें स्वर्गीय श्राफ की जीवन के संघर्ष की कहानी

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आज फार्मेसी और फार्मासिस्टों की भारत में एक अलग पहचान है फार्मास्युटिकल्स के क्षेत्र में आज विश्व में भारत का विशेष योगदान है दुनिया के अधिकतर देशों में भारत से दवाइयां भेजी जाती हैं आज देश में लगभग 12लाख फार्मासिस्ट हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में फार्मेसी शिक्षा की शुरुआत किसने और कब की थी आइए प्रस्तुत है फार्मेसी शिक्षा के जनक महादेव लाल श्राफ की जीवनी भारत में फार्मेसी के पितामह कहे जाने वाले महादेव  लाल सराफ का जन्म बिहार के दरभंगा में 6 मार्च, 1 9 02 को एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था इंटरमीडिएट तक की शिक्षा उन्होंने भागलपुर सेे प्राप्त की थी जिसकेेेे बाद उन्हें उच्च शिक्षा के लिए बनारस आना पड़ा बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग कॉलेज में इंजीनियरिंग किया। महात्मा गांधी के विचारों से प्रभावित गांधी समर्थक होने के कारण उन्हें कॉलेज के प्रिंसिपल द्वारा निलंबित कर दिया गया । तो, वह चीन और जापान चले गए जहां उन्होंने एक समाचार पत्र के साथ काम किया और फिर उच्च अध्ययन के लिए अमेरिका गए। 1 9 43 - बिड़ला ब्रदर्स लिमिटेड के चीफ केमिस्ट एंड रिसर्च...

जानिए शरीर के लिए कितना महत्वपूर्ण है लीवर

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आपने छोटी-बड़ी समस्याओं में अक्सर डॉक्टर को कहते सुना होगा कि मरीज का लिवर खराब है। क्या आप जानते हैं आपका लिवर कितना महत्वपूर्ण है और कितनी जरूरी है इसकी देखभाल। लिवर शरीर का सबसे भारी अंग होता है। लिवर पेट के अंदर पाया जाता है। हमारे जिंदा रहने और स्वस्थ रहने के लिए जो फंक्शन बॉडी में होते हैं, उनमें से ढेर सारे फंक्शन लिवर के द्वारा संपन्न होते हैं। लिवर में समस्या होने पर कई तरह के रोग जैसे- फैटी लिवर, लिवर इंफेक्शन, हेपेटाइटिस, पीलिया आदि हो जाते हैं। आइए आपको बताते हैं कि लिवर आपके लिए कितना महत्वपूर्ण है। लिवर क्यों है पोषण के लिए जरूरी हम जब कोई चीज खाते हैं, तो डाइजेस्टिव सिस्टम इसे तुरंत छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ना शुरू कर देता है। इसके बाद ये आहार खून के सहारे हेपाटिक पोर्टल सिस्टम के जरिए लिवर तक पहुंचता है। लिवर भोजन में मौजूद सभी पोषक तत्व जैसे- विटामिन्स, मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स आदि को अलग करता है और शरीर की जरूरत के अनुसार इसे अलग-अलग अंगों को पहुंचाता है। ये कुछ पोषक तत्वों को स्टोर कर लेता है, ताकि इसे एनर्जी की तुरंत जरूरत होने पर इस्तेमाल कर सक...

इंटर्नशिप कर रहे फार्मेसी छात्रों ने पीएमसीएच में भी मनाया शिक्षक दिवस सीनियर फार्मासिस्टों को किया सम्मानित

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पीएमसीएच पटना बिहार  कहते हैं ना कि गुरु बिना ज्ञान की कल्पना नहीं की जा सकती है लेकिन केवल शिक्षा देने वाले शिक्षक गुरु नहीं होते हैं बल्कि वह हर एक व्यक्ति गुरु समान है जो जीवन मार्गदर्शन और प्रेरणा प्रदान करते हैं ताकि आप संसार की  बुराइयों से बच सकें वह प्रत्येक व्यक्ति हमारा गुरु है जो हमें इन मुसीबतों से लड़ने हेतु हमारे हृदय में प्रेरणा भरने का काम करते हैं विचलित पथ से हमें जीवन के सुपथ पर लाने का काम करते हैं  पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में प्रशिक्षण प्राप्त् कर रहे फार्मेसीी छात्र केे इस कथन की सार्थकता को साबित करते हुए पीएमसीएच सेंट्रल इमरजेंसी में शिक्षक दिवस काा आयोजन किया छात्रों सीनियर फार्मासिस्ट धनंजय कुमार ने बतायाा कि जीवन में अनुशासन एवंं संस्कार बेहद जरूरीी है और छात्र जीवन में  इसका विशेष महत्व है कार्यक्रम में फार्मासिस्ट कामेश्वर कुमार सिंह ,नित्या नंद किशोर ,सत्येंद्र्र प्रसाद, रघुवीर भगत ,सतीश कुमार ,प्रमोद कुमार, मोहित कुमार, जवाहर ,अजीत कुमार एवंं अन्य सीनियर फार्मासिस्टों को छात्रों द्वारा सम्मानित किया गया फार्मेसी छात्र रजत...

फार्मेसी कॉलेज में शिक्षक दिवस का आयोजन

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 शिक्षा न्यूज़ डेस्क पटना राजकीय फार्मेसी संस्थान में शिक्षक दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया आयोजन का शुरुआत प्राचार्य डॉक्टर शैलेंद्र कुमार ने केक काटकर किया उन्होंने बताया कि किसी भी व्यक्ति के जीवन में  गुरु का महत्व उल्लेखनीय हैं कहा जाता है कि गुरु के बिना ज्ञान की कल्पना नहीं की जा सकती है और इंसान जिनसे भी प्रेरणा लेते हैं वह उनके गुरु कहलाते हैं उन्होंने अपने जीवन के संघर्ष की कहानी बताते हुए कहा कि जीवन में हमेशा संघर्ष करने का प्रयत्न करना चाहिए और जहां मुसीबत दिखे गुरु की प्रेरणा जरूर लेनी चाहिए आयोजन में फार्मेसी संस्थान के प्रोफेसर कुमार अजय ,रामकुमार, नीतीश कुमार, अभिषेक गुप्ता, राजीव सत्यार्थी इत्यादि शिक्षकों ने भी भाग लिया कार्यक्रम में फार्मासिस्ट अरविंद कुमार ने गुरु की व्याख्या करते हुए गुरु की तुलना परमेश्वर से की वही फार्मा एक्टिविस्ट रजत राज एवं छत्तीस कुमार ने समाज में गुरु के महत्व को उल्लेखनीय बताते हुए कहा कि  इंसान मिट्टी है जिसे गुरु अपने ज्ञान से मूर्ति बना सकता है रजत राज ने बताया कि फार्मेसी में  छात्रों को रोजगार के भरपूर अवसर ...