हम जब भी बीमार होते हैं डॉक्टर के पास जाते हैं और डॉक्टर हमें मेडिसिन लिख देते हैं और जिसके सेवन से हम ठीक हो जाते हैं लेकिन क्या आपको पता है इन जीवन रक्षक दवाइयों को कौन बनाता है आइए इस ब्लॉग में इसी संदर्भ में बात करते हैं
जैसा कि आपको पता है कि दवाओं के बिना स्वास्थ सेवाओं की कल्पना करना भी मुश्किल है पद्धति चाहे कोई भी हो एलोपैथिक ,आयुर्वेद या फिर होम्योपैथी
आज हम बात करने वाले हैं इन्हीं दवाओं के निर्माता और ज्ञाता फार्मासिस्ट के बारे में
कौन है फार्मासिस्ट
फार्मासिस्ट वह व्यक्ति होता है और औषधि विज्ञान में गहन अध्ययन करता है तथा दवाओं का निर्माण वितरण भंडारण गुणवत्ता परीक्षण एवं अनुसंधान का कार्य करता है यानि जीवन रक्षक दवाइयों के भगवान क्योंकि जिस प्रकार मरीज में डॉक्टर अपनी मेहनत एवं ज्ञान से जीवन प्रदान करते हैं उसी प्रकार यह फार्मासिस्ट अपनी मेहनत और ज्ञान से दवाओं को जीवन प्रदान करते हैं दवा एक बेहद संवेदनशील वस्तु है और इसका निर्माण से लेकर वितरण एवं भंडारण भी बेहद कठिन है थोड़ी सी चूक के कारण यह दिन जीवन रक्षक दवाइयां बेकार हो जाती हैं इसलिए दवाओं के ज्ञाता फार्मासिस्ट को औषधि निर्माण से लेकर वितरण एवं भंडारण तक का संवैधानिक अधिकार है
क्या है कानूनी प्रावधान
फार्मासिस्ट भारतीय संविधान में वर्णित स्वास्थ्य संवर्ग का संवैधानिक पद है और इसकी नियामक संस्था फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया है गहन अध्ययन करने के बाद फार्मासिस्ट अपना रजिस्ट्रेशन राज्य फार्मेसी काउंसिल में कराती है इसके बाद वे रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट कहलाते हैं फार्मेसी एक्ट की धारा 42 के अंतर्गत केवल रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट ही दवाओं का वितरण एवं भंडारण कर सकता है कोई फार्मासिस्ट अपनी फार्मेसी खोलना चाहे तो उसे ड्रग एवं कॉस्मेटिक एक्ट के अनुसार औषधि प्रशासन से औषधि अनुज्ञप्ति लेना पड़ता है 2014 में फार्मेसी प्रैक्टिस रेगुलेशन एक्ट के तहत फार्मासिस्ट दवा संबंधी काउंसलिंग भी कर सकते हैं और उसके एवज में डॉक्टर की तरह फीस भी ले सकते हैं
आम जनमानस से सरोकार
आपको पता होगा प्रत्येक एलोपैथिक दवा का साइड इफेक्ट होता है तथा वह दवा आपके शरीर में कैसे काम करेगी दवा कैसे लेनी है किस प्रकार के भोजन के साथ लेनी है दवा लेने के बाद कैसे लक्षण उत्पन्न होंगे दवा कितने दिन तक लेनी होगी ऐसे सैकड़ों सवालों के जवाब केवल एक फार्मासिस्ट ही दे सकता है किसी भी दवा के सेवन से पूर्व अपने फार्मासिस्ट की सलाह अवश्य लें क्योंकि डॉक्टर केबल फार्मेसी का एक सब्जेक्ट पढ़ते हैं फार्माकोलॉजी जबकि फार्मासिस्ट दवा निर्माण से अनुसंधान तक की पढ़ाई करते हैं ऐसे में दवा संबंधी समस्या या सुझाव के लिए आप फार्मासिस्ट से ही संपर्क करें
कहां मिलेंगे फार्मासिस्ट
देश के लाखों फार्मेसी में (जिसे हम मेडिकल स्टोर या दवाखाना के नाम से भी जानते हैं),देश के अस्पतालों में औषधि कारखानों में औषधि प्रशासन में फार्मेसी कॉलेजों में मेडिकल कॉलेजों में एवं अन्य जगह पर जहां भी दवा संबंधी कार्य हो रहे हैं वहां आपको फार्मासिस्ट मिल जाएंगे
कृपया दवा लेने से पहले यह जरूर पूछ ले कि दवा देने वाला व्यक्ति फार्मासिस्ट है या नहीं यह मामला आपके स्वास्थ्य के साथ जुड़ा हुआ है क्योंकि सरकार ने आपके हित के लिए आपके स्वास्थ्य हित में ड्रग एवं कॉस्मेटिक एक्ट तथा फार्मेसी एक्ट बनाया है ताकि कोई भी अयोग्य व्यक्ति आपके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ ना कर सके
यह लेख एक स्वतंत्र व्यक्ति के विचार हैं जो आम जनमानस में जागरूकता पैदा करने के लिए सहज एवं सरल भाषा में लिखा गया है यदि आपको किसी प्रकार की समस्या हो तो माफी चाहते हैं
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