फार्मेसी संस्थान में शिक्षक समारोह

महोदय
सविनय सूचित करना चाहता हूं कि
आज दिनांक 27 मई 2021 को अखिल भारतीय फार्मासिस्ट महासंघ online बैठक आयोजित की गई थी जिसमें देश के विभिन्न राज्यों के फार्मासिस्टओ ने भाग लिया
बैठक का मुख्य विषय था बिहार में राजनीतिक दल एवं समाजसेवियों द्वारा बिना किसी मापदंड के अनावश्यक रूप से दवाओं का वितरण एवं भंडारण
अखिल भारतीय pharmacist महासंघ के अधिकारियों ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि यह समय महामारी का है और जरूरत है लोगों की जान बचाने की ना कि बीमारियों का प्रसार करने का
ज्ञात हो कि आए दिन सोशल मीडिया पर कुछ राजनीतिक दलों मुख्यतः राजद विधायकों एवं कार्यकर्ताओं द्वारा मुफ्त दवा वितरण किया जा रहा है इस प्रकार की मुफ्त दवा वितरण फार्मेसी एक्ट के धारा 42 का उल्लंघन है फार्मेसी एक्ट के अनुसार कोई रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट ही दवा का वितरण एवं भंडारण कर सकता है ऐसे में बिहार में महामारी की आड़ में राजनीतिक फायदे के लिए आम जनों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है जिसके दुष्परिणाम स्वरूप अन्य बीमारियां उत्पन्न हो रही हैं
ज्ञात हो कि प्रत्येक एलोपैथिक दवा का साइड इफेक्ट होता है चाहे वह कैल्शियम हो जिस हो मल्टीविटामिन हो या फिर पेरासिटामोल बिना डॉक्टर या फार्मासिस्ट के सलाह के बिना इन दवाइयों का सेवन कतई उचित नहीं है हाल ही में कुछ रिसर्च में मालूम चला है स्टेरॉइडाल दवाइयां जैसे डेक्सामेथासोन और मिथाइलप्रेड़नीसोलोन लेने के कारण ब्लैक फंगस की समस्या आ रही है इस प्रकार की दवाइयां व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम करती है जिस कारण से रोगी की स्थिति और गंभीर हो जाती है महासंघ के सचिव दीपक त्रिपाठी ने फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया तथा ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट भारत सरकार को पत्राचार के माध्यम से इसकी सूचना भी दी वही बिहार के फार्म एक्टिविस्ट एवं संघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता रजत राज ने मुख्यमंत्री स्वास्थ्य मंत्री स्वास्थ सचिव औषधि नियंत्रक बिहार सरकार एवं बिहार के डीजीपी को भी मामले की लिखित शिकायत दी है
फार्मासिस्ट तो का कहना है कि सरकार अवैध रूप से दवा वितरण एवं भंडारण कर रहे लोगों पर सख्ती से कार्यवाही करें अन्यथा फार्मेसी कोर्स बंद कर दे बैठक में अध्यक्ष वाहिद अंसारी उपाध्यक्ष नदीम कुरैशी एवं अन्य सदस्य राहुल, सौरभ जितेंद्र, अमित ,चंदन ,प्रभु उपस्थित थे
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें