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जनवरी, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

फार्मेसी संस्थान में शिक्षक समारोह

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अमरलाल न्यूज़डेस्क पटना राजकीय फार्मेसी संस्थान अगम कुआं पटना में आज 5 सितंबर शिक्षक दिवस के उपलक्ष पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ वर्तमान प्राचार्य राम कुमार एवं शैलेंद्र कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया उन्होंने बताया कि किसी भी व्यक्ति के जीवन में गुरु का महत्व उल्लेखनीय हैं कहा जाता है कि गुरु के बिना ज्ञान की कल्पना नहीं की जा सकती है और इंसान जिनसे भी प्रेरणा लेते हैं वह उनके गुरु कहलाते हैं उन्होंने अपने जीवन के संघर्ष की कहानी बताते हुए कहा कि जीवन में हमेशा संघर्ष करने का प्रयत्न करना चाहिए और जहां मुसीबत दिखे गुरु की प्रेरणा जरूर लेनी चाहिए कार्यक्रम में डिप्लोमा फार्मेसी ऑर्गेनाइजेशन के फार्मासिस्ट अरविंद कुमार ने गुरु की व्याख्या करते हुए गुरु की तुलना परमेश्वर से की वही फार्मा एक्टिविस्ट रजत राज , सुबोध, संत ने समाज में गुरु के महत्व को उल्लेखनीय बताते हुए कहा कि इंसान मिट्टी है जिसे गुरु अपने ज्ञान से मूर्ति बना सकता है छात्रों ने बताया कि फार्मेसी में छात्रों को रोजगार के भरपूर अवसर है राज्य में 12000 से अधिक अस्पताल हैं लेकिन कार्यरत फार्मासिस्ट...

फार्मेसी क्षेत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ेंगे समाजसेवी गुड्डू बाबा

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राजकीय फार्मेसी संस्थान में सरस्वती पूजा का आयोजन बेहद भव्य तथा आकर्षक तरीके से किया गया पंडाल एवं मंडप  की सुंदरता और कारीगिरी देखकर लोग चकित हो रहे थे वही मां का स्वरुप प्रतिमा से स्पष्ट झलक रहा था छात्रों ने कठिन मेहनत करके विभिन्न रंगों की रंगोलियां एवं चित्र बनाकर अपने अद्भुत कलाकारी का प्रदर्शन किया जो मुख्य आकर्षण का केंद्र था और विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों द्वारा ध्वनि एवं प्रकाश का व्यवस्था लोगों को भक्ति मगन कर रहा था वही कार्यक्रम में चार चांद लग गया जब पटना के प्रसिद्ध समाजसेवी विकास चंद्रा उर्फ गुड्डू बाबा पूजा में शामिल हुए मां की वंदना के बाद उन्होंने कहा कि फार्मेसी क्षेत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार है जहां एक और सरकार डिजिटल इंडिया की तरफ कदम बढ़ा रही है वही आज भी फार्मासिस्टों का रजिस्ट्रेशन ऑफलाइन हो रहा है राज्य में 10,000 फार्मासिस्ट होने के बावजूद भी 90,000 दुकानें चलाई जा रही हैं 15 वर्षों से फार्मासिस्ट की नियुक्ति नहीं आई है फार्मेसी छात्रों का परीक्षा 2 वर्ष से अधिक विलंब से हो रहा है उन्होंने आगे बताया कि मैं फार्मेसी क्षेत्र के विकास के...

दवा घोटाले पर सख्त पटना हाई कोर्ट मांगे सीबीआई से सुझाव

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बिहार में नकली और अवैध दवाओं का खेल रुकने का नाम नहीं ले रहा है औसतन प्रतिदिन 2 करोड़ से भी अधिक रुपए की नकली दवाइयां बिहार में बेची जाती हैं पिछले कुछ दिनों पहले औषधि प्रशासन की टीम द्वारा पटना में नकली दवाइयों के दुकानों और व्यक्तियों पर छापेमारी की थी और अवैध धंधा करने वाले 42 दवा माफिया को भी गिरफ्तार किया था तथा 18 दवा दुकानों के लाइसेंस रद्द किए थे दवा घोटाले मामले में समाजसेवी गुड्डू बाबा द्वारा पटना हाई कोर्ट में याचिका दायर करने के बाद हाई कोर्ट ने दवा घोटाले मामले को सीबीआई जांच के लिए भी सौंपा था लेकिन प्रशासनिक कमियों की वजह से कार्यवाही नहीं हो पा रही है मामला बेहद संगीन है सरकारी अस्पतालों में सप्लाई की जाने वाली दवाएं रैपर बदल कर बेचना तथा एक्सपायरी दवाओं को भी दूसरे रैपर में  पैक कर जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करना का मुद्दा उठाया गया था मामले की सुनवाई करते हुए पटना हाई कोर्ट ने सीबीआई से इस मामले में अपने सुझाव देने हेतु आग्रह किया और कहा है कि मामले की अगली सुनवाई एक फरवरी 2018 को की जाएगी

फार्मासिस्ट है और प्रैक्टिस करना चाहते हैं तो यह लेख जरूर पढ़ें

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रजत राज न्यूज़ डेस्क पटना बिहार   आज देश में फार्मेसी एक नई ऊंचाइयों पर है भारतीय फार्मासिस्टों की मेहनत ने विश्व के 200 से अधिक देशों में भारतीय दवाओं के निर्यात का संकल्प भी पूरा कर दिया है भारत में डॉक्टरों की काफी कमी है जबकि देश में फार्मासिस्टों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है ऐसे में फार्मासिस्टों के स्वावलंवी बनकर खुद की फार्मेसी और फार्मा क्लीनिक खोल सकते हैं इससे ना केवल झोलाछाप डॉक्टरों से मुक्ति मिल पाएगी बल्कि जनता तक सही दवा और सही सलाह पहुंच पाएगी आइए पढ़ते हैं एक फार्मासिस्ट के विचार फार्मेसी बहुत ही परिवर्तनशील क्षेत्र है जिसमे हर फार्मासिस्ट्स को प्रतिदिन कुछ न कुछ नया सीखने को मिलता है इसीलिए हम सभी फार्मासिस्ट्स को प्रतिदिन अपनी जानकारी को अद्द्यतन (Update) करते रहना चाहिए। जिसके लिए हमे फार्मेसी से संबंधित सभी समाचार, फार्मा पत्रिका, इंटरनेट व अन्य जितने भी उपलब्ध साधन है उनका उपयोग करना चाहिए ताकि समाज को एक उन्नत फार्मेसी सेवा प्रदान कर सकें। खासकर हमे विदेशों में फार्मासिस्ट्स मरीज को कैसे फार्मेसी सेवाएं देते है उनके बारे में अध्ययन करना चाहिए और उसे हमे...

बेतिया बिहार में फार्मासिस्ट की भर्ती

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 एमजे के अस्पताल बेतिया में ए आर टी सेंटर में कार्य हेतु फार्मासिस्ट के पद हेतु रिक्तियां निकाली गई हैं  पदों की संख्या- एक  न्यूनतम योग्यता- किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से बैचलर इन फार्मेसी एवं बिहार फार्मेसी कॉउंसिल से रजिस्टर्ड  नोट- पद संविदा के आधार पर भरा जाएगा आवेदन की प्रक्रिया -आवेदन  अधीक्षक एमजे के अस्पताल बेतिया के कार्यालय में जमा किया जा सकता है            यदि आप किसी अस्पताल प्रबंधन या फार्मेसी के मालिक हैं और आप चाहते हैं कि आपके यहां भी फार्मासिस्ट कार्य करें rajatpiprahi@gmail.com पर मेल करे या नीचे कमेंट बॉक्स में अपना नाम और मोबाइल नंबर जरूर दें

उपयोग सेवा नीति

नियम और शर्तें ("शर्तें") कृपया फार्मा समाचार ("हमें", "हम", या "हमारे" द्वारा संचालित www.pharmanews.tk वेबसाइट ("सेवा") का उपयोग करने से पहले कृपया इन नियमों और शर्तों ("शर्तें", "नियम और शर्तें" )। इन शर्तों के आपकी स्वीकृति और अनुपालन पर सेवा के लिए आपकी पहुंच और उपयोग की शर्त है। ये शर्तें उन सभी आगंतुकों, उपयोगकर्ताओं और अन्य लोगों पर लागू होती हैं जो सेवा का उपयोग या उपयोग करते हैं। सेवा का उपयोग या उपयोग करके आप इन नियमों से बाध्य होने के लिए सहमत हैं। यदि आप शर्तों के किसी भी हिस्से से असहमत हैं तो आप सेवा तक पहुंच नहीं सकते हैं। फार्मा समाचार के लिए नियम और शर्तें टेम्पलेट अन्य वेब साइटों के लिंक हमारी सेवा में तीसरे पक्ष के वेब साइटों या सेवाओं के लिंक शामिल हो सकते हैं जो फ़ार्मा समाचार के स्वामित्व या नियंत्रित नहीं हैं फार्मा समाचार का कोई भी नियंत्रण नहीं है, और किसी तृतीय पक्ष वेबसाइट या सेवाओं की सामग्री, गोपनीयता नीतियों या प्रथाओं की कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेता है। आप आगे स्वीकार करते हैं और स...

पटना में 15 लाख की ओक्सीटॉक्सिन बरामद 30 साल से चल रहा था अवैध दवाइयों का धंधा

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पटना औषधि निरीक्षक तथा पटना पुलिस प्रशासन द्वारा दिनांक 5 जनवरी 2017 को मछुआ टोली स्थित एक दवा कंपनी में छापेमारी कर 15 लाख का अक्सिटॉक्सिन इंजेक्शन बरामद किया है ज्ञात हो कि यह इंजेक्शन सरकार द्वारा बैन कर दिया गया है तथा ऑक्सीजन का उपयोग मवेशियों में दूध बढ़ाने के लिए किया जाता है मौके पर औषधि निरीक्षक एवं प्रशासन द्वारा दो लोगों को गिरफ्तार किया गया कारखाने का लाइसेंस बहुत पुराना है और उम्मीद लगाई जा रही है क्या धंधा तकरीबन 30 साल से चल रहा था धंधे की पोल खोलते ही शक की सुई उन दुकानों पर जाती है जहां से नकली दवाओं का वितरण होता है ज्ञात हो कि पिछले बार भी बहुत सारी दुकानों पर नकली दवाइयों का वितरण का मामला आया था लेकिन सरकार द्वारा उन्हें फिर से लाइसेंस दे दिया गया था अब इस बार देखते हैं कि सरकार क्या कदम उठाती है

फार्मासिस्टों को ग्रामीण क्षेत्र में उपचार हेतु अधिकृत करे सरकार फार्मासिस्ट संगठनों की है माँग

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जहां देश में एक तरफ आयुष चिकित्सक को एलोपैथिक दवाओं लिखने का अधिकार दिया जा रहा है वही दवाओं के विशेषज्ञ फार्मासिस्टों को इस अधिकार से अब तक वंचित रखा गया है जबकि एलोपैथिक चिकित्सक और एलोपैथिक फार्मासिस्ट दोनों एक ही फार्माकोलॉजी पढ़ते हैं इतना ही नहीं फार्मासिस्ट स्वास्थ्य और चिकित्सा के विभिन्न विषय जैसे कि ह्यूमन एनाटॉमी एंड फिजियोलॉजी ,बायोकेमिस्ट्री, फार्माकोलॉजी, हेल्थ एजुकेशन एंड क्लीनिकल पैथोलॉजी, आदि विषयों में गहन अध्ययन करते हैं तथा अध्ययन के पश्च्यात फार्मासिस्ट अस्पतालों में प्रशिक्षण भी पाते हैं जबकि आयुष डॉक्टर को एलोपैथिक दवाओं के बारे में अध्ययन करना नहीं होता है  अमेरिका कनाडा आदि विकसित देशों में भी फार्मासिस्टों को प्रिस्क्रिप्शन लिखने का अधिकार दिया गया है जिसकी जानकारी भारत सरकार को भी है तथा भारत सरकार के माय गवर्नमेंट पोर्टल पर अमेरिका में फार्मासिस्टों के प्रिस्क्रिप्शन लिखे जाने के अधिकार की एक कॉपी पीडीएफ फॉर्मेट में उपलब्ध भी है  भारत सरकार और फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया ने फार्मासिस्टों को फार्मेसी प्रैक्टिस रेगुलेशन के अनुसार दवा संबंधी सलाह ...

जागरूकता के अभाव में लोगों की पहुंच से दूर है सस्ती दवाईया

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अर्जेश राज पटना : देश के आम जनता को सस्ती दवा उपलब्ध कराने  के लिए चलाए गए, प्रधानमंत्री जन औषधी परियोजना धरातल पर सफतापूर्वक नहीं उतर पाई है। इसका सबसे बड़ा कारण जन औषधी के बारे में आमलोगों को जागरुक नहीं किया जाना है , लोग जन औषधी को सस्ती और कम प्रभाव वाला समझ कर नहीं खरीद रहे है। जिसके परिणाम स्वरूप दवा के माफियो का बोलबाला अभी भी कायम हैं। दवा माफिया देश के लोगो को जन औषधी के प्रति दुष्प्रचार करने में सफल रहे फलस्वरूप देश की जनता जन औषधी ना लेकर उनके द्वारा बेचे जा रहे महँगी दवा खरीद्ने को मजबुर है।। एक सर्वे  के अनुसार देश में बेची जानेवाली 80% दवाइया जेनेरिक है। साथ ही साथ भारत सबसे ज्यादा जेनेरिक दवाओं का निर्यात करने वाला देश है। अगर हम बाज़ार से जेनेरिक दवा ही खरीदते है तो जन औषधी केंद्र से क्यों नहीं खरीदते??? इसका एक जवाब है जन औषधी का आमजनों में प्रचार नहीं होना। भारत सरकार अगर निम्न कार्य करे तो जन औषधी कार्यक्रम सफल होगा।। 1. जन औषधी  के बारे में जागरूकता कार्यक्रम जेनेरिक दवाओं के जानकार(Pharmacist) के माध्यम से चलवाना। 2. Generic और branded दव...

दांतों की चमकदार एवं आकर्षक बनाने के उपाय

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लाइफस्टाइल डेस्क: चेहरे और शरीर की फिटनेस पर खास ध्यान देने के चक्कर में हम कई बार दांतों की खूबसूरती को नजरअंदाज कर देते हैं जो शरीर का एक अहम हिस्सा होता है। सुंदर दांत न सिर्फ स्माइल में चार चांद लगाते हैं, बल्कि आत्मविश्वास को भी बढ़ाते हैं। दूसरों के सामने खुलकर हंसने और बात करने में हिचकिचाहट नहीं होती। इन दिनों मार्केट में बहुत सारे टीथ व्हाइटनिंग टूथपेस्ट और प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं जिनका उपयोग करके कम समय में खूबसूरत और दमकती स्माइल पाई जा सकती है। लेकिन किचन में ही आसपास ऐसी कई सारी चीजें मौजूद हैं जिनके इस्तेमाल से बाहरी प्रोडक्ट्स को खरीदने से बचा जा सकता है। 1-बेकिंग सोडा-एक चम्मच बेकिंग सोडा में थोड़ा सा पानी और एक चुटकी नमक मिलाएं। अब इस पेस्ट से दांतों को एक-दो मिनट साफ करें। हफ्ते में दो से तीन बार ऐसा करने से दांत सफेद हो जाएंगे। 2-स्ट्रॉबेरी-ये स्वादिष्ट फल दांतों को चमकाने में कारगर है। कुछ स्ट्रॉबेरी लेकर उसका पेस्ट बनाएं। इससे दांतों को साफ करें। कुछ ही दिनों में इसका असर साफ दिखने लगेगा। Other Things : नारियल का तेल, हरी सब्जियां, फल़, एप्प्ल साइडर विनेगर,...

किराए बाज फार्मासिस्ट ,सावधान बिहार में लागू हो रही है नई व्यवस्था

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 Expert desk patna :-  जी हां बिहार सरकार के प्रमुख सचिव एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बिहार में हो रहे ड्रग एवं कॉस्मेटिक एक्ट के उल्लंघन का मामला संज्ञान में आने के बाद किराए बाजी रोकने को तत्पर नजर आ रही है हाल ही में सरकार ने घोषणा की है कि ड्रग लाइसेंस प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होने जा रही है तथा पुराने जारी किए लाइसेंस की भी जांच हो रही है ऐसे में हजारों फार्मासिस्टों का निबंधन भी रद्द किया जा सकता है जो अपने लाइसेंस तथा सटिफिकेट किराए पर लगाते हैं       •  कैसे फसेंगे किरायेवाज फार्मासिस्ट • केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में ड्रग एवं कॉस्मेटिक एक्ट का संशोधन किया गया है जिसमें दवा दुकानों का नवीकरण समाप्त कर दिया गया है अब दवा विक्रेताओं को केवल चालान राशि यानी फीस के रूप में कुछ रुपये जमा कराने होंगे सरकार द्वारा सभी व्यवस्थाएं ऑनलाइन होने के कारण अब दवा विक्रेताओं को फार्मासिस्टों के आगे पीछे या किसी सरकारी दफ्तर के चक्कर नहीं लगाने होंगे दवा विक्रेता अपना लाइसेंस नंबर डालकर ऑनलाइन चालान की राशि जमा करा सकेंगे ऐसी व्यवस्था जल्द ही शुर...