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मई, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

फार्मेसी संस्थान में शिक्षक समारोह

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अमरलाल न्यूज़डेस्क पटना राजकीय फार्मेसी संस्थान अगम कुआं पटना में आज 5 सितंबर शिक्षक दिवस के उपलक्ष पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ वर्तमान प्राचार्य राम कुमार एवं शैलेंद्र कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया उन्होंने बताया कि किसी भी व्यक्ति के जीवन में गुरु का महत्व उल्लेखनीय हैं कहा जाता है कि गुरु के बिना ज्ञान की कल्पना नहीं की जा सकती है और इंसान जिनसे भी प्रेरणा लेते हैं वह उनके गुरु कहलाते हैं उन्होंने अपने जीवन के संघर्ष की कहानी बताते हुए कहा कि जीवन में हमेशा संघर्ष करने का प्रयत्न करना चाहिए और जहां मुसीबत दिखे गुरु की प्रेरणा जरूर लेनी चाहिए कार्यक्रम में डिप्लोमा फार्मेसी ऑर्गेनाइजेशन के फार्मासिस्ट अरविंद कुमार ने गुरु की व्याख्या करते हुए गुरु की तुलना परमेश्वर से की वही फार्मा एक्टिविस्ट रजत राज , सुबोध, संत ने समाज में गुरु के महत्व को उल्लेखनीय बताते हुए कहा कि इंसान मिट्टी है जिसे गुरु अपने ज्ञान से मूर्ति बना सकता है छात्रों ने बताया कि फार्मेसी में छात्रों को रोजगार के भरपूर अवसर है राज्य में 12000 से अधिक अस्पताल हैं लेकिन कार्यरत फार्मासिस्ट...

990 रु. में मिलेगा कोरोना की दवा

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990 रु. में मिलेगा DRDO की 2DG का एक पाउच, केंद्र और राज्य सरकारों को खरीद पर छूट पपीजी मिलेगी, कोरोना महामारी के इलाज के लिए बनाई गई DRDO की 2DG दवा की कीमत तय हो गई है, इसका उत्पादन कर रही डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरी ने शुक्रवार को बताया कि 2DG के एक पाउच की कीमत 990 रुपए रखी गई है, केंद्र और राज्य सरकारों के साथ ही सरकारी अस्पतालों को इसकी खरीद पर छूट दी जाएगी। 2-DG दवा को डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गेनाइजेशन (DRDO) की लैब इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन ने डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरी की मदद से तैयार किया है। शुरुआती ट्रायल में पता चला था कि इससे मरीज के ऑक्सीजन लेवल में भी सुधार होता है, ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने मई महीने की शुरुआत में ड्रग 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-DG) को इमरजेंसी अप्रूवल दिया था। उस समय बताया गया था कि जिन मरीजों पर इस दवा का इस्तेमाल किया गया, उनकी RT-PCR रिपोर्ट निगेटिव आई। ये दवा कोरोना मरीजों में संक्रमण की ग्रोथ रोककर उन्हें तेजी से रिकवर करने में मदद करती है, ढाई दिन पहले ठीक हुए थे मरीज, अप्रैल 2020 में, कोविड -19 महामारी की पहली लहर के...

यदि आप दवाओं का सेवन करते हैं तो यह जानकारी आपके लिए उपयोगी हो सकती है

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हम जब भी बीमार होते हैं डॉक्टर के पास जाते हैं और डॉक्टर हमें मेडिसिन लिख देते हैं और जिसके सेवन से हम ठीक हो जाते हैं  लेकिन क्या आपको पता है इन जीवन रक्षक दवाइयों को कौन बनाता है आइए इस ब्लॉग में इसी संदर्भ में बात करते हैं जैसा कि आपको पता है कि दवाओं के बिना स्वास्थ सेवाओं की कल्पना करना भी मुश्किल है पद्धति चाहे  कोई भी हो एलोपैथिक ,आयुर्वेद या फिर होम्योपैथी  आज हम बात करने वाले हैं इन्हीं दवाओं के निर्माता और ज्ञाता फार्मासिस्ट के बारे में कौन है फार्मासिस्ट फार्मासिस्ट वह व्यक्ति होता है और औषधि विज्ञान में गहन अध्ययन करता है तथा दवाओं का निर्माण वितरण भंडारण गुणवत्ता परीक्षण एवं अनुसंधान का कार्य करता है यानि जीवन रक्षक दवाइयों के भगवान क्योंकि जिस प्रकार मरीज में डॉक्टर अपनी मेहनत एवं ज्ञान से जीवन प्रदान करते हैं उसी प्रकार यह फार्मासिस्ट अपनी मेहनत और ज्ञान से दवाओं को जीवन प्रदान करते हैं दवा एक बेहद संवेदनशील वस्तु है और इसका निर्माण से लेकर वितरण एवं भंडारण भी बेहद कठिन है थोड़ी सी चूक के कारण यह दिन जीवन रक्षक दवाइयां बेकार हो जाती हैं इसलिए दव...

कोरोना के दवा का अवैध वितरण के लिए राजनेताओं और समाजसेवियों को नोटिस

महाराष्ट्र के एक ड्रग इंस्पेक्टर के शिकायत पर संज्ञान लेते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट ने गुरुवार को महाराष्ट्र सरकार  से आग्रह किया कि वह ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा प्राप्त प्रतिक्रियाओं में विसंगतियों को ध्यान में रखते हुए राजनेताओं और मशहूर हस्तियों द्वारा रेमेडिसविर इंजेक्शन के निजी वितरण की अपनी जांच पर निष्पक्ष रिपोर्ट पेश करें  पीठ ने कहा कि ऐसा लगता है कि निर्माताओं ने कोर्ट को बताया है कि उन्होंने केवल सरकार को रेमडेसिविर प्रदान किया है, ड्रग इंस्पेक्टर के नोटिस पर सोनू सूद फाउंडेशन की प्रतिक्रिया से संकेत मिलता है कि उन्होंने निर्माताओं से संपर्क किया था, और उन्होंने कुछ दवाएं प्रदान कीं।ऐसा लगता है कि कोई समस्या है। सूद फाउंडेशन का कहना है कि हमने अनुरोध किया, जुबिलेंट, सिप्ला, हेरेटो, हमें मदद करने के लिए, लेकिन आपकी (केंद्र सरकार की) जानकारी कहती है कि इन कंपनियों ने कभी प्रदान नहीं किया और इसकी आपूर्ति केवल सरकारी एजेंसियों को की गई थी, “जस्टिस एए सैयद और जीएस कुलकर्णी ने कोविड -19 जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए कहा।  यूओआई के लिए अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल अनिल सिंह...

रेमडेसिविर के केंद्रीय आवंटन को बंद,रेमडेसिविर का उत्पादन दस गुना बढ़ा

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 मोदी सरकार ने रेमडेसिविर के केंद्रीय आवंटन को बंद करने का फैसला किया ज्ञात हो कि आए दिन है रेमडेसिविर का उत्पादन दस गुना बढ़ा और अब देश के पास पर्याप्त रेमडेसिविर, मांग से ज्यादा है आपूर्ति   दिल्ली : रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री श्री मनसुख मंडाविया ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रेमडेसिविर का उत्पादन 11 अप्रैल 2021 को 33,000 शीशियों/दिन से दस गुना बढ़कर आज 3,50,000 शीशियों/दिन हो गया है।  मंत्री ने आगे बताया कि सरकार ने रेमडेसिविर उत्पादन करने वाले संयंत्रों की संख्या भी एक माह के भीतर 20 से बढ़ाकर 60 कर दी है।  उन्होंने कहा कि अब देश में पर्याप्त रेमडेसिविर है क्योंकि आपूर्ति मांग से कहीं अधिक है।  श्री मंडाविया ने कहा कि सरकार ने राज्यों को रेमडेसिविर का केंद्रीय आवंटन बंद करने का निर्णय लिया है।  उन्होंने नेशनल फार्मास्युटिकल्स प्राइसिंग एजेंसी और सीडीएससीओ को देश में रेमडेसिविर की उपलब्धता पर लगातार नजर रखने का निर्देश दिया है।  उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने आपातकालीन आवश्यकता के लिए इसे रणनीतिक स्टॉक क...

दवाओं के भगवान, महामारी में भी बेरोजगारी के शिकार

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कल्पना कीजिए कि यदि किसी अस्पताल में डॉक्टर ना हो तो क्या इलाज संभव है लेकिन कल्पना कीजिए  कि यदि डॉक्टर हो भी और अस्पतालों में जीवन रक्षक दवाइयां ना हो तो क्या डॉक्टर नर्सेज और अन्य पैरामेडिक्स लोगों की जान बचा पाएंगे जीवन रक्षक दवाइयों से याद आया आज हम इस ब्लॉग में बात करने वाले हैं जीवन रक्षक दवाइयों को बनाने वाले अनुसंधान करने वाले वितरण एवं भंडारण करने वाले दवा की गुणवत्ता परीक्षण करने वाले एक संवर्ग फार्मासिस्ट की  निम्नलिखित शब्द स्वास्थ्य व्यवस्था के शोषित बिहार के फार्मासिस्ट अर्जेस राज श्रीवास्तव के हैं बिहार के बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था से लगभग हर कोई परिचित है। अस्पतालो में दवा, स्वास्थ्यकर्मी के कमी , ऑक्सिजन बेड ,कोविड के इलाज के लिए जरूरी दवाई की कालाबजारी और दवाओं के अवैध भंडारण से इस महामारी में बहुत लोगो की असामयिक मृत्यु हो गई  आखिर इसके लिए जिम्मेवार कौन है  आखिर ऐसा हुआ क्यों?? लेखक: अर्जेश राज श्रीवास्तव   वैश्विक महामारी में बेरोजगार फार्मासिस्ट चाह के भी अपनी सेवा नहीं दे पा रहे है। ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट 1940 और प...

फार्मासिस्ट लौटाएंगे डिग्री, महामारी में फार्मासिस्ट की कोई भर्ती नहीं! विधायक ,मुखिया और समाजसेवी कर रहे हैं दवा वितरण का कार्य

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बिहार के फार्मासिस्ट ने राज्यपाल को पत्र लिखकर फार्मेसी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट लौटाने की बात की है फार्मासिस्ट कहना है कि कई राजनीतिक दल के विधायक एवं समाजसेवी द्वारा इस करोना कि वैश्विक महामारी में दवाओं का अवैध रूप से वितरण एवं भंडारण हुआ है जबकि पूरे प्रकरण के संदर्भ में फार्मासिस्ट संघ द्वारा बार-बार सरकार को सूचित किया गया लेकिन सरकार द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए यही नहीं राज्य के 15 हजार से अधिक सरकारी अस्पतालों में मात्र 720 फार्मासिस्ट कार्यरत है ऐसे में सरकार खुद फार्मेसी एक्ट की धारा 42 का उल्लंघन कर रही है राज्य के फार्मासिस्ट ओं का कहना है कि जब इस महामारी में हमारी सेवाएं नहीं ली गई तो इस से अच्छा है कि सरकार कोर्स बंद कर दें और हम अपने रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट सरकार को वापस करेंगे ड्रग अधिकारी नहीं कर रहे अपनी ड्यूटी। खुलेआम हो रहा है एक्ट का उल्लंघन व जनस्वास्थ्य से खिलवाड़। अयोग्य लोग वितरण कर रहे हैं स्वयं से ही कोरोना की दवा। क्या है मामला  विगत कुछ दिनों से कुछ राजनीतिक दल के विधायक एवं समाजसेवियों द्वारा विभिन्न जगहों पर कैंप लगाकर बिना प्रिसक्रिप्...

Roche और Cipla ने भारत में लॉन्च की कोरोना की नई दवा

  Roche और Cipla ने भारत में लॉन्च की कोरोना की दवा, गंभीर मरीजों के लिए पेश है एंटीबॉडी कॉकटेल इंजेक्‍शन नई दिल्ली: रोश इंडिया और सिप्ला लिमिटेड की एंटीबॉडी कॉकटेल (Casirivimab और Imdevimab) अब भारत में उपलब्ध है. सेंट्रल ड्रग एंड स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन ने हाल ही में भारत में एंटीबॉडी कॉकटेल (Casirivimab and Imdevimab) के लिए एक इमरजेंसी यूज ऑथराइजेशन (EUA) दिया है. इसे दवा को अमेरिका और कई यूरोपीय यूनियन देशों में भी मंजूरी मिली है.  ये दवा माइल्ड से मॉडरेट कोरोना संक्रमित मरीजों को दी जा सकती है. वयस्कों और 12 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों को जो माइल्ड से मॉडरेट कोरोना के इलाज के लिए, जिन्हें गंभीर रोग विकसित होने का हाई रिस्क है और उन्हें ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं है. ऐसे मरीजों को एंटीबॉडी कॉकटेल (Casirivimab और Imdevimab) दिया जा सकता है. हाई रिस्क वाले मरीजों की स्थिति खराब होने से पहले ये देखा गया है कि  उनका रिस्क कम हो जाता है. अस्पताल में भर्ती और मृत्यु दर 70% और लक्षणों की अवधि को चार दिनों तक कम हो जाता है. किन्हें यह दवा नहीं लेनी चाहिए आयु>=60 साल...

Mucormycosis: दिल्ली हाई कोर्ट ने ब्लैक फंगस की दवा Amphotericin-B के इम्पोर्ट को किया ड्यूटी फ्री

Mucormycosis: दिल्ली हाई कोर्ट ने ब्लैक फंगस की दवा Amphotericin-B के इम्पोर्ट को किया ड्यूटी फ्री दिल्ली हाईकोर्ट ने गुरुवार को अंतरिम राहत देते हुए ब्लैक फंगस (Mucormycosis) के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवा एम्फोटेरिसिन बी ( Amphotericin-B) के ड्यूटी फ्री इम्पोर्ट की इजाजत दे दी। कोर्ट ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार इस पर निर्णय नहीं ले लेता, तब तक कोर्ट के आदेश के तहत दवा को ड्यूटी फ्री इम्पोर्ट किया जा सकता है। अदालत ने कहा कि इस दवा का तब तक ड्यूटी फ्री आयात किया जा सकता है जब तक कि केंद्र इस पर सीमा शुल्क माफ करने पर अंतिम निर्णय नहीं लेता। बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के बीच ब्लैक फंगस (Black Fungus) एक अलग संकट बन गया है। ब्लैक फंगस की बीमारी में इस्तेमाल होने वाले Amphotericin-B इंजेक्शन की अभी भारत में कमी है, इसलिए इसे बाहर से इम्पोर्ट किया जा रहा है। ऐसे में इन दवाओं पर इम्पोर्ट ड्यूटी एक बड़ा मसला है। इसी को लेकर गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार से सवाल किया है कि ब्लैक फंगस की दवाइयों पर इम्पोर्ट ड्यूटी इतनी ज्यादा क्यों हैं, ज...
  महोदय सविनय सूचित करना चाहता हूं कि आज दिनांक 27 मई 2021 को अखिल भारतीय फार्मासिस्ट महासंघ online बैठक आयोजित की गई थी जिसमें देश के विभिन्न राज्यों के फार्मासिस्टओ ने भाग लिया बैठक का मुख्य विषय था बिहार में राजनीतिक दल एवं समाजसेवियों द्वारा बिना किसी मापदंड के अनावश्यक रूप से दवाओं का वितरण एवं भंडारण अखिल भारतीय pharmacist महासंघ के अधिकारियों ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि यह समय महामारी का है और जरूरत है लोगों की जान बचाने की ना कि बीमारियों का प्रसार करने का ज्ञात हो कि आए दिन सोशल मीडिया पर कुछ राजनीतिक दलों मुख्यतः राजद विधायकों एवं कार्यकर्ताओं द्वारा मुफ्त दवा वितरण किया जा रहा है इस प्रकार की मुफ्त दवा वितरण   फार्मेसी एक्ट के धारा 42 का उल्लंघन है फार्मेसी एक्ट के अनुसार कोई रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट ही दवा का वितरण एवं भंडारण कर सकता है ऐसे में बिहार में महामारी की आड़ में राजनीतिक फायदे के लिए आम जनों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है जिसके दुष्परिणाम स्वरूप अन्य बीमारियां उत्पन्न हो रही हैं ज्ञात हो कि प्रत्येक एलोपैथिक दवा का साइड इफेक्ट होता ...